बस एक बार फिर उस गोद में सुलादे,
तेरे हाथों का वो कंगन आज भी याद है मुझे,
बस एक बार वो हाथ मेरे गालों पे सेहेलादे,
तेरी नजरों का नूर आज भी याद है मुझे,
बस एक बार उन्हीं आखों से देख के मेरी आखों को भिगादे,
मेरे दिन के हर पल में तू है,
मेरे जीवन की हर सांस में तू है,
तुझे भूलना मुम्किन नहीं है,
की मेरे बचपन की यादों की हर मेहेफिल में तू है!!